🚩सिरे मंदिर‌ जालोर के सिरमौर पीरजी श्री1008श्री शांतिनाथ जी महाराज की कृपा दृष्टि हमेशा सब पर बनी रहे सा।🚩🌹जय श्री नाथजी महाराज री हुक्म🌹🚩🙏🙏">

एक पर्चा अपने परम भक्त सत्तू भाई अग्रवाल को दिया, जिसका में यहाँ वर्णन कर रहा है

पीरजी श्री शान्तिनाथजी महाराज का अपने परम् भक्त को ( पर्चा ) समत्कार_

भगवान शिव के अवतार परम् पूजनीय गुरुदेव पीरजी श्री शान्तिनाथजी महाराज ने अपने जीवन काल मे कई भक्तो को पर्चे " चमत्कार " दिये, और अपने भक्तो के कष्ट निवारण किये, उनमे से एक पर्चा अपने परम भक्त सत्तू भाई अग्रवाल को दिया, जिसका में यहाँ वर्णन कर रहा है, ध्यान से पढ़े और आपका मन करे तो शेयर जरूर करें ।

सत्तू भाई अग्रवाल जालौर, पीरजी बावसी के परम् भक्त है, कई वर्षों पहले की बात है, एक बार उन्होंने नई गाड़ी खरीदी, सबसे पहले गाड़ी को सत्तू भाई जालोर अखाड़े गुरु दाता के पास ही ले गए, उस दिन दाता को चित्त हरणी जाने का था, तो सत्तु भाई ने अपनी वाली गाड़ी ले ली, सत्तू भाई, दाता और कुछ भक्तो के साथ चित हरणी के लिए रवाना हो गए ।

अब तो भागली से चित्त हरणी जाने के लिए डामर का रास्ता है, लेकिन उस समय चित्त हरणी जाना वाला रास्ता कच्चा था, मतलब पूरा धूल वाला रास्ता ही था, गाड़ी जैसे ही धूल वाले रास्ते पहुँची, पीरजी बावसी ने सत्तु भाई से पूछा कि यह गाड़ी धूल में चलेगी क्या ? सत्तु भाई ने कहां दाता ये गाड़ी तो हैवी डयूटी वाली है, यह तो कहीं नही रुकेगी, चाहे कैसी भी धूल क्यो न हो ।

फिर क्या था चल दिये, सभी भक्त दाता से बात करते करते चल रहे थे, की अचानक गाड़ी धूल में धस गई, सभी भक्त गाड़ी से नीचे उतरे और सभी ने मिलकर गाड़ी को बहुत धका लगाया लेकिन गाड़ी नही निकली, तब भागली से टेक्टर लाकर गाड़ी को खिंचा तो भी गाड़ी नही निकली, फिर एक ओर टेक्टर लाया, दोनों से खिंचा फिर भी गाड़ी नही निकली ।

फिर सत्तु भाई को ध्यान आया कि ये तो मेरी गलती थी, मेने ही गाड़ी की बढ़ाई की थी, तब सत्तु भाई ने दाता से मन ही प्रार्थना की, अब तो दाता आप ही कृपा करो ये तो सब आपकी माया है, दाता गाड़ी में बैठे बैठे सब नजारा देख रहे थे, और मंद मंद मुस्करा रहे थे ।

इतने में सत्तु भाई ने हाथ जोड़कर गलती के लिए क्षमा मांगी, फिर क्या दाता ने कहां अभी चला तो सही चल जायेगी, तब सत्तू भाई ने गाड़ी स्टार्ट कर चलाई तो गाड़ी निकल गई, सभी भक्तों ने नाथजी महाराज का जयकारा लगाया, और चित हरणी पहुँच गए, पीरजी महाराज की लीला अपरम्पार है ।

ऐसे ही पीरजी महाराज के पर्चे जानने के लिए इस पेज को लाईक और शेयर करते रहे, अभी तक जो भक्त इस पेज से नही जुड़े है, वो इस फेसबुक पेज को "श्री जलंधरनाथ पीठ सिरेमन्दिर जालौर" को लाईक करें ।

संकलन :-
जोरावत भंवरसिंह भागली
श्री शान्तिनाथजी टाईगर फोर्स संगठन भारत

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