भैरूनाथ अखाड़े के कमलनाथजी महाराज जी का जीवन परिचय :-
ब्रह्मलीन पीर शांतिनाथजी महाराज के बड़े शिष्य योगिराज श्री कमल नाथजी महाराज मूलतः रानीवाङा उपखंड के देवनगरी दांतवाडा गांव के रहने वाले थे, उनका जन्म देवासी परिवार में हुआ था, उनके पिताजी का नाम सवाराम जी तथा माता का नाम तुलसीबाई है, वहीं महाराज जी बड़े भाई रामाजी है, वहीं कमलनाथजी महाराज जी का संसारिक जीवन का नाम लच्छारामजी था ।
महाराज जी के गुरु भाई जालौर सिरेमंदिर के वर्तमान गादी पति श्री श्री 1008 श्री गंगानाथजी महाराज भी ब्रह्मलीन शांतिनाथजी महाराज के शिष्य है, कमलनाथजी महाराज के सात शिष्य है, जिसमें सबसे बडे शिष्य प्रेमनाथजी महाराज, मोहन नाथजी महाराज, निर्मलनाथजी महाराज, रामेश्वर नाथजी महाराज, गौविंदनाथजी महाराज, वजेनाथजी महाराज है ।
कमल नाथजी महाराज के गुरु भाई श्री श्री 1008 श्री गंगा नाथजी महाराज सिरेमन्दिर भैरु नाथजी अखाड़ा के पीठाधीश है, वही महाराज जी के दो शिष्य बड़े अखाड़ो के मठाधीश है, जिसमे निर्मल नाथजी महाराज नाथ सम्प्रदाय के राजा की गादी पर विराजमान है, नाथ पंथ का सबसे बड़ा मठ कदली मठ मैंगलोर के पीठाधीश है, दूसरे मोवन नाथजी महाराज नागौर पीठ थोवला मठ के गादीपती है ।
महाराज जी कई दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे, महाराज ने कल 12 बजे अंतिम सांस ली, महाराज की समाधी भेरू नाथजी अखाड़े के प्रांगण में दी गई ।
✍ Kishan Dewasi Jalore
राष्टीय उपाध्यक्ष
श्री शान्तिनाथजी टाईगर फोर्स भारत
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ब्रह्मलीन पीर शांतिनाथजी महाराज के बड़े शिष्य योगिराज श्री कमल नाथजी महाराज मूलतः रानीवाङा उपखंड के देवनगरी दांतवाडा गांव के रहने वाले थे, उनका जन्म देवासी परिवार में हुआ था, उनके पिताजी का नाम सवाराम जी तथा माता का नाम तुलसीबाई है, वहीं महाराज जी बड़े भाई रामाजी है, वहीं कमलनाथजी महाराज जी का संसारिक जीवन का नाम लच्छारामजी था ।
महाराज जी के गुरु भाई जालौर सिरेमंदिर के वर्तमान गादी पति श्री श्री 1008 श्री गंगानाथजी महाराज भी ब्रह्मलीन शांतिनाथजी महाराज के शिष्य है, कमलनाथजी महाराज के सात शिष्य है, जिसमें सबसे बडे शिष्य प्रेमनाथजी महाराज, मोहन नाथजी महाराज, निर्मलनाथजी महाराज, रामेश्वर नाथजी महाराज, गौविंदनाथजी महाराज, वजेनाथजी महाराज है ।
कमल नाथजी महाराज के गुरु भाई श्री श्री 1008 श्री गंगा नाथजी महाराज सिरेमन्दिर भैरु नाथजी अखाड़ा के पीठाधीश है, वही महाराज जी के दो शिष्य बड़े अखाड़ो के मठाधीश है, जिसमे निर्मल नाथजी महाराज नाथ सम्प्रदाय के राजा की गादी पर विराजमान है, नाथ पंथ का सबसे बड़ा मठ कदली मठ मैंगलोर के पीठाधीश है, दूसरे मोवन नाथजी महाराज नागौर पीठ थोवला मठ के गादीपती है ।
महाराज जी कई दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे, महाराज ने कल 12 बजे अंतिम सांस ली, महाराज की समाधी भेरू नाथजी अखाड़े के प्रांगण में दी गई ।
✍ Kishan Dewasi Jalore
राष्टीय उपाध्यक्ष
श्री शान्तिनाथजी टाईगर फोर्स भारत
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