🚩सिरे मंदिर‌ जालोर के सिरमौर पीरजी श्री1008श्री शांतिनाथ जी महाराज की कृपा दृष्टि हमेशा सब पर बनी रहे सा।🚩🌹जय श्री नाथजी महाराज री हुक्म🌹🚩🙏🙏">

अमृत वापिका

अमृत वापिका : | यह ‘ सुवापि सुखद सुरंग ' ' इस मंदिर परिसर के दक्षिण - पश्चिमी भाग में आई । हुइ है इसमे पर्याप्त निर्मल जल उपलब्ध है ।जो वातीका के सिन्चन तथा यात्रियों के प्रयोग्र्त्थ मे काम मे लिए जाता हैं ।इसेशिलालेखम मे इम्रत वाव कहा गया है ।ओत मानसिन ने बनाई थी ।