वाटिका : यह सुरम्य वाटिका यहाँ के रमणीय प्राकृतिक परिवेश में अतिरिक्त सौन्दर्य का संचरण करती है । मंदिर परिसर के मध्य में स्थित यह वाटिका नाना प्रकार की फल - फूलदार वृक्षावली और पौधों से परिपूर्ण है । निकटस्थ बावड़ी के जल से सिंचित इसके भांति - भांति के पेड़ - पौधों के फल - पुष्प यहाँ मंदिरों में प्रतिदिन अर्पित किए जाते हैं । वाटिका में खिले रंग - बिरंगे पुष्पों की सुवास से सुरभित सम्पूर्ण परिसर सुखद अनुभव कराता है ।