परकोटा : सिरे मंदिर की सुरक्षा के लिए म . मानसिंह ने इसके चतुर्दिक सुदृढ़ परकोटा भी बनवाया । यह 105 ' चौड़ाई तथा 175 ' लंबाई में आयताकार बना हुआ है । इस प्राचीर की ऊँचाई असमान है – 10 से 25 फीट के बीच । । इसमें तीन द्वार हैं - पूर्वी , उत्तरी एवं पश्चिमी । पश्चिमी द्वार विशाल है और यही मुख्य द्वार है । इसके कपाट बड़े मजबूत हैं । परकोटे की दीवार काफी चौड़ी और सुदृढ़ है । मोर्चाबंदी की दृष्टि से भीतर परकोटे से सटे हुए ऊँचे - ऊँचे चबूतरे हैं और यहाँ ऊँचाई पर परकोटे में सुराख भी । इन पर बैठकर तथा खड़े होकर मोर्चा संभाला जा सकता है । पूर्वी तथा पश्चिमी प्राचीर - दीवार पर कंगूरे बने हैं , जिनके मध्य भी छेद हैं । इस प्रकार तत्समय की आवश्यकतानुसार इसे सुरक्षित किलेनुमा रूप प्रदान करने की म . मानसिंह की चेष्टा रही