🚩सिरे मंदिर‌ जालोर के सिरमौर पीरजी श्री1008श्री शांतिनाथ जी महाराज की कृपा दृष्टि हमेशा सब पर बनी रहे सा।🚩🌹जय श्री नाथजी महाराज री हुक्म🌹🚩🙏🙏">

46 . जोरा चौधरी

46 . जोरा चौधरी : । लगभग सौ वर्ष पूर्व की बात है । गाँव वैरठ ( जिला जालोर ) में जोरा चौधरी हुए । वे बचपन से ही श्रीजलन्धरनाथ के परम भक्त थे । दुर्भाग्य से छोटी अवस्था में ही उन्हें ' कंठमाल ' रोग हो गया । इसकी असह्य पीड़ा से दुखी होकर एक दिन उन्होंने निश्चय किया कि आज गायें चराने जाऊँगा , तब जंगल में अपनी जीवन - लीला समाप्त कर दूंगा । । जंगल में पहुँच कर वे ऐसा विचार कर ही रहे थे कि बाल - रूप में नाथजी ने उन्हें दर्शन दिये और पूछा कि तुम्हारे गले में यह क्या है ? जोरा चौधरी ने रोते हुए सारा दुखड़ा कह सुनाया । इस पर नाथजी ने उन्हें एक जड़ी - बूटी बतलाई और सान्त्वना दी कि इसके लगाने से सब ठीक हो जायेगा । अन्य लोगों को भी ऐसा रोग हो , तो उन्हें भी जरूर बताना । । | भक्त जोरा ने ऐसा ही किया । श्रीनाथजी की कृपा से वे स्वयं तो ठीक हुए । ही ; जब तक वे जीवित रहे , उन्होंने उस जड़ी - बूंटी से कंठमाला के असंख्य रोगियों को ठीक भी किया ।

Post a Comment

0 Comments